सोल्डरिंग(Soldering) क्या है ? Soldering machine का कार्य

मित्रों आज हम सभी जानेंगे कि सोल्डरिंग (Soldering) क्या होती है ? Soldering machine का कार्य एवं सोल्डरिंग  कितने प्रकार की होती है  ?

सोल्डरिंग (Soldering)

सोल्डरिंग(Soldering) एक प्रकार का धातु पर अर्द्ध स्थायी जोड़ लगाने की क्रिया होती है जिसमें सोल्डर को जॉब के ऊपर  पिघलाकर अर्द्ध स्थायी जोड़ लगाया जाता है | दो या दो से अधिक पार्ट्स को आपस में अर्द्ध स्थायी रूप से जोड़ने के लिए सोल्डरिंग का कार्य किया जाता है |

सोल्डरिंग दो प्रकार की होती है |

  1. सॉफ्ट सोल्डरिंग
  2. हार्ड सोल्डरिंग

सॉफ्ट सोल्डर का प्रयोग हल्के जोड़ के लिए किया जाता है | जैसे :- पतली शीटों को जोड़ना , तारों में जोड़ लगाना इत्यादि | सॉफ्ट सोल्डर लेड और टिन को मिलाकर बनाया जाता है |

हार्ड सोल्डर  में तांबा और जिंक का मिश्रण का प्रयोग होता है | यह सॉफ्ट सोल्डर की अपेक्षा हार्ड होती है |

इलेक्ट्रिक सोल्डरिंग आयरन ((Electric Soldering Iron or  Soldering Machine

इलेक्ट्रिक सोल्डरिंग आयरन का प्रयोग अधिकतर बिजली के उपकरण को बनाने तथा रिपेयर करने में किया जाता है | इस सोल्डरिंग आयरन को बिजली  के द्वारा गर्म किया जाता है तथा इसका उपयोग जॉब पर  हल्के जोड़ लगाने के लिए किया जाता है | सोल्डरिंग आयरन में तांबे की एक बिट लगी होती है  जिसके ऊपर बिजली की हीटिंग वायर लिपटी हुई होती है | जब सोल्डरिंग आयरन को बिजली की सप्लाई दी जाती है, तो बिट गर्म हो जाती है | गर्म बिट को सोल्डर लगाकर किसी भी जॉब में सोल्डरिंग का कार्य पूर्ण किया जाता है |

Soldering machine
नोट : सोल्डरिंग करते समय फ्लक्स का उपयोग किया जाता है |

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