चिपिंग ऑपरेशन(Chipping Operation) क्या होता हैं ?

 मित्रों आज हम सभी चिपिंग ऑपरेशन (Chipping Operation ) के बारे में जानेंगे |

चिपिंग ऑपरेशन (Chipping Operation) 

धातु की सतह से, धातु की मोटी या पतली परत को चिप्स के रूप में काटकर हटाने की संक्रिया को  चिपिंग ऑपरेशन (Chipping Operation ) कहते है | चिपिंग ऑपरेशन करने के लिए चीजल कटिंग टूल का प्रयोग किया जाता है |  चिपिंग  करते समय चीजल को एक हाथ से पकड़कर धातु की सतह पर लगभग 40°  के कोण में रख कर धातु को काटना चाहिए | साधारण कार्यो के लिए चिपिंग कोण  लगभग 60° होता है |

Chipping Operation

चीजल के कोण  (Angle of chisel)

  1. रेक कोण (Rake Angle)
  2. अवकाश कोण (Clearance Angle)
  3. कर्तन कोण (Cutting Angle) 

रेक कोण (Rake Angle)

रेक कोण, कर्तन नोंक के ऊपरी फलक एवं कर्तन धार की कार्य सतह के लम्ब के मध्य का कोण होता है | यह कोण चिपिंग संक्रिया में महत्वपूर्ण  भूमिका निभाता है |

अवकाश कोण (Clearance Angle)

अवकाश कोण, कर्तन नोंक के निचले फलक एवं कर्तन धार से प्रारम्भ होकर जॉब से स्पर्श रेखा के मध्य का कोण होता है|

यदि अवकाश कोण बहुत कम (नगण्य ) हो तो रेक कोण बढ़ता है , ऐसा होने पर  चीजल जॉब में न घुसकर, जॉब की  सतह पर फिसलेगी और चिपिंग संक्रिया नही हो पायेगी | ठीक इसी के विपरीत, यदि अवकाश कोण बहुत अधिक हो तो रेक कोण का मान घटता  है , ऐसा होने पर  चीजल जॉब में घुस जाएगी और गहरे गढ्ढे बनाएगी | इसलिए जॉब पर चिपिंग संक्रिया करने के लिए उचित कटिंग कोण का होना आवश्यक है |

कारीगर, सदैव कटिंग कोण को ध्यान में रख कर ही कटिंग या चिपिंग कार्य पूर्ण करता है |

कर्तन कोण (Cutting Angle) 

विभिन्न प्रकार की छेनियों (chisels) के अलग-अलग धातुओं के लिए कर्तन कोण :-

चिपिंग ऑपरेशन(Chipping Operation) क्या होता हैं ?

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