मित्रों आज हम सभी पंच टूल (Punch Tool) के बारे में जानेंगे कि पंच टूल (Punch Tool) क्या हैं ? पंच कितने प्रकार (types of punch) का होता हैं
पंच टूल (Punch Tool)
पंच एक कठोर धातु (हाई कार्बन स्टील या टूल स्टील) की अष्टभुजाकार या बेलनाकार आकृति की छड़ होती है | जिसका एक सिरा नुकीला होता हैं तथा दूसरा सिरा चपटा(Flat) होता हैं | पंच और हथौड़े की सहायता से जॉब की सतह पर मार्किग की जाती है |
पंच के प्रकार (Types of Punch)
कार्य के अनुसार पंच(Punch) निम्नलिखित प्रकार के होते हैं ।
- डॉट पंच (Dot Punch)
- सेंटर पंच (Centre Punch)
- प्रिक पंच (Prick Punch)
- पिन पंच (Pin Punch)
- बेल पंच (Bell Punch)
- ऑटोमैटिक पंच (Automatic Punch )
- हॉलो पंच (Hollow Punch )
- नंबर पंच (Number Punch)
- अक्षर पंच (Letter Punch)
डॉट पंच (Dot Punch)
डॉट पंच के प्वाइंट का कोण (Dot punch angle) 60° के कोण पर रखा जाता है। इसका कोण कम होने से जॉब पर बिन्दु गहरे तथा कम व्यास के बनते हैं। डॉट पंच का उपयोग जॉब पर मार्किंग करने के पश्चात लाइनों पर डॉट लगाकर उन्हें स्थायी करने के लिए किया जाता है |
सेंटर पंच (Centre Punch)
सेन्टर पंच (Centre punch) के पॉइंट का कोण (Centre punch angle) 90° रखा जाता है, जिससे ड्रिल का वेब या प्वाइंट आसानी से पंच द्वारा लगाये गए सेंटर में बैठ सके । जॉब में सुराखों(HOLES) के केंद्रों को चिन्हित करने के लिए किया जाता है।
प्रिक पंच (Prick Punch)
प्रिक पंच (Prick punch) के पॉइंट का कोण (Prick punch angle) 30° का होता है। इसके पॉइंट या नोक का कोण बहुत कम होने से डिवाइडर की नोक को बहुत यथार्थ (Accurate) स्थिति प्राप्त होती है। इस पंच का प्रयोग शॉफ्ट मेटल में किया जाता है। जैसे -पीतल, ताँबा तथा एल्युमिनियम आदि । प्रिक पंच का उपयोग जॉब की सतह पर कर्व खींचने तथा डिवाइडर के केंद्र बनाने के लिए किया जाता है।
पिन पंच (Pin Punch)
पिन पंच (Pin Punch) का पॉइंट आगे से थोड़ा बेलनाकार या टेपर होता हैं । पिन पंच 12mm तक की साइज़ में उपलब्ध होते हैं । पिन पंच का उपयोग पतली शीटों में छिद्र करने, जॉब में फंसी हुई डोवेल पिन या टेपर पिन तथा रिविट को निकालने के लिए किया जाता है। बेल पंच का बाहरी आवरण ए पंच में पंच स्प्रिंग के द्वारा ऊपर उठे होते हैं। जब भी किसी बेलनाकार वस्तु का केंद्र ज्ञात किया जा सकता हैं |
बेल पंच (Bell Punch)
बेल पंच (Bell punch)का बाहरी आवरण एक घण्टी के समान होता है। इसके ठीक बीच में अंदर की ओर एक पंच लगा होता है | बेल पंच का प्रयोग किसी बेलनाकार वस्तु में पंच करने के लिए किया जाता है। बेल पंच में पंच स्प्रिंग के द्वारा ऊपर उठे होते हैं। जब भी किसी बेलनाकार वस्तु का केंद्र ज्ञात किया जा सकता हैं |
ऑटोमैटिक पंच (Automatic Punch)
ऑटोमैटिक पंच (Automatic punch) में पंचिंग के लिए हैंमर से चोट लगाने की आवश्यकता नहीं होती है इसीलिए इसे ऑटोमैटिक पंच कहा जाता है।
हॉलो पंच (Hollow Punch )
हॉलो पंच (Hollow Punch) अंदर से खोखले होते हैं और मुलायम वस्तुओं पर छेद करने के काम में आते हैं। हॉलो पंच के प्वाइंट की परिधि (Perimeter) को चारों ओर से ग्राउंड करके धारदार बना दिया जाता है। हॉलो पंच का उपयोग चमड़े, रबड की शीट, लैदराइट या गत्ता आदि में सुराख करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
नंबर पंच (Number Punch)
नंबर पंच (Number punch) का उपयोग जॉब या वर्कपीस पर अंक प्रदर्शित करने के लिए किया जाता हैं । नंबर पंच 0 से 9 अंक संख्या में उपलब्ध होते हैं |
अक्षर पंच (Letter Punch)
अक्षर पंच (Letter punch) का उपयोग जॉब या वर्कपीस पर अक्षर (Letter) प्रदर्शित करने के लिए किया जाता हैं ।
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