मित्रों आज हम लोग जानेंगे कि डिवाइडर(Divider) क्या होता है ? इसकी वर्कशॉप में क्या उपयोगिता होती है ?
डिवाइडर (Divider)
डिवाइडर (Divider) एक प्रकार के मार्किंग टूल्स होते है , जिसका प्रयोग वर्कशॉप में किसी भी जॉब की मार्किंग करने के लिए किया जाता है | जिस प्रकार हम पेपर पर पेन या पेंसिल से लिखने या मार्क करने का कार्य करते है ठीक उसी प्रकार डिव़ाइडर का भी प्रयोग धातु चादरों (Metal sheets) पर चिन्ह या मार्किंग करने के लिए किया जाता है |
डिवाइडर की दोनों टांगे सीधी एवं नोकदार होती है | इसका प्रयोग किसी भी जॉब के ऊपर चाप या वृत्त बनाने में तथा किसी भी रेखा को दो बराबर भागों में विभाजित करने में किया जाता है |
डिवाइडर प्रायः माइल्ड स्टील अथवा हाई कार्बन स्टील के बने होते है | इसके नोक या पॉइंट को हार्ड एवं टेम्पर किया जाता है | पॉइंट हार्ड होने के कारण ,पॉइंट जल्दी घिसते नही है और डिवाइडर का जीवन काल बढ़ जाता है |
डिवाइडर के प्रकार (Types of divider)
डिवाइडर दो प्रकार के होते है |
- फर्म जॉइंट डिवाइडर (Firm joint divider)
- स्प्रिंग जॉइंट डिवाइडर (Spring joint divider)
फर्म जॉइंट डिवाइडर (Firm joint divider)
फर्म जॉइंट डिवाइडर की दोनों टांगे रिविट और वॉशर के द्वारा जुड़ी होती है इसमें नट और स्क्रू का प्रबंध नही होता है |
- सिम्पल फर्म जॉइंट डिवाइडर
- फर्म जॉइंट विंग डिवाइडर
- नीडल पॉइंट फर्म जॉइंट डिवाइडर
स्प्रिंग जॉइंट डिवाइडर (Spring joint divider)
स्प्रिंग जॉइंट डिवाइडर में, डिवाइडर की दोनों टांगे एक चपटे स्प्रिंग द्वारा जुड़ी हुई होती है | डिवाइडर की दोनों टांगो को नट एवं स्क्रू के द्वारा एडजस्ट किया जाता है | वर्कशॉप में स्प्रिंग जॉइंट डिवाइडर का प्रयोग फर्म जॉइंट डिवाइडर की अपेक्षा अधिक किया जाता है |
डिवाइडर बाजार में 50 mm , 75 mm, 100 mm, 150 mm , 200 mm इत्यादि के आकार में उपलब्ध होते है |
हमें उम्मीद है कि आप डिवाइडर से पूर्ण रूप से परिचित हो गये होंगे |
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