मित्रों आज हम सभी जानेंगे कि स्पेनर (Spanner ) क्या होता है ? स्पेनर की वर्कशॉप में क्या उपयोगिता होती है ?
स्पेनर (Spanner)
मशीन में अस्थाई रूप से फिट किये जाने वाले पार्ट-पुर्जे प्रायः नट और बोल्ट के द्वारा जोड़े जाते है जिनको ढीला करने या कसने के लिए जिस टूल का प्रयोग किया जाता है उसे स्पेनर (Spanner ) कहते है | इसे रिंच या पाना भी कहते है |
स्पेनर का पदार्थ (Material of Spanner) :-
स्पेनर्स प्राय: कास्ट आयरन, कास्ट स्टील, मीडियम कार्बन स्टील, निकिल क्रोम स्टील, क्रोम वैनेडियम स्टील, वैनेडियम एलॉय स्टील इत्यादि से बनाए जाते हैं |
स्पेनर्स को उसके साइज के अनुसार जाना जाता है | स्पेनर्स का साइज स्पेनर्स के ऊपर लिखा होता है और इसका साइज नट या बोल्ट के हेड के फ्लैट टू फ्लैट के बीच की दूरी से लिया जाता है | जैसे सिंगल एंडेड स्पेनर 18 mm | यह स्पेनर नट या बोल्ट के 18 mm के हेड पर ही प्रयोग किया जाता है |
स्पेनर के प्रकार (Types of Spanner) :-
- सेट स्पेनर (A) सिंगल एंडेड स्पेनर (B) डबल एंडेड स्पेनर
- रिंग स्पेनर
- ट्यूबुलर बॉक्स स्पेनर
- सॉकेट स्पेनर
- एडजस्टेबल स्पेनर
- पिन हुक स्पेनर
सेट स्पेनर(Set Spanner) :-
इस प्रकार के स्पेनर खुले सिर वाले होते है जिनके सिरे अक्ष के साथ 15° का कोण बनाते है | सेट स्पेनर नट व बोल्ट दोनों की सतह को पकड़ते है | इस स्पेनर की पकड़ सामान्य होती है जिसके कारण यह साधारण कार्यो में उपयोगी होता है |
सेट स्पेनर का प्रयोग प्राय: वहां पर होता है जहां पर नट बोल्ट को घुमाने के लिए पर्याप्त स्थान हो | यह 1- 1/4 इंच के साइज़ में उपलब्ध होते है | यह दो प्रकार के होते है |
(A) सिंगल एंडेड स्पेनर (Single Ended Spanner) :-
इस प्रकार के स्पेनर का एक ही मुख होता है जिसका आकार निश्चित होता है | इसका प्रयोग केवल एक ही आकार के नट व बोल्ट को कसने या ढीला करने के लिए किया जाता है |
(B) डबल एंडेड स्पेनर (Double Ended Spanner) :-
इस प्रकार के स्पेनर के दो मुख वाले होते है | स्पेनर के मुख अलग-अलग सिरों पर होते है और अक्ष से विपरीत होते है इस स्पेनर का प्रयोग दो अलग -अलग साइजो के नट व बोल्ट को फिट करने के लिए किया जाता है |
रिंग स्पेनर (Ring Spanner) :-
रिंग स्पेनर का प्रयोग वह किया जाता है जहां पर नट या बोल्ट को घुमाने के लिए कम जगह होती है यह स्ट्रैट टाइप या क्रैंक टाइप में पाये जाते है | रिंग स्पेनर के सिरों में सुराख़ होते है और उनमें प्राय: 12 नॉचेस बने होते है और यह नट या बोल्ट के हेड को चारो ओर से पकड़ लेता है जिसके कारणनट या बोल्ट को कसते या ढीला करते समय
रिंग स्पेनर के फिसलने की सम्भावना नही रहती है | रिंग स्पेनर सिंगल या डबल एंडेड वाले भी होते है |
टयूबुलर बॉक्स स्पेनर (Tubular Box Spanner) :-
टयूबुलर बॉक्स स्पेनर का अधिकतर प्रयोग गहराई में लगे षड्भुजा आकार के नट या बोल्ट को ढीला व कसने के लिए किया जाता है | टयूबुलर बॉक्स स्पेनर एक खोखला पाइप होता है जिसके अन्दर से षड्भुजा आकार में बना होता है | यह भिन्न -भिन्न लम्बाइयों में पाये जाते है | इसकी बॉडी में एक सुराख़ बना होता है जिसमें एक गोल सरिये का डाल कर घुमाया जाता है |
सॉकेट स्पेनर (Socket Spanner) :-
यह स्पेनर टयूबुलर बॉक्स स्पेनर की तरह ही होता है और इसका मुख केवल एक ही सिरे पर बना होता है | यह विभिन्न आकारों में पाये जाते है | सॉकेट स्पेनर के मुख में 12 नॉचेस(Notches) होती है | यह प्राय: सेट में उपलब्ध होते है | सॉकेट स्पेनर के दुसरे सिरे पर सुराख़ बना होता है जिसमे टॉमी बार हैंडल को फिट कर के घुमाया जाता है | इस स्पेनर का प्रयोग वह पर किया जाता है जहां पर जगह कम हो तथा नट यया बोल्ट कुछ कम गहराई में लगे होते है |
एडजस्टेबल स्पेनर (Adjustable Spanner) :-
एडजस्टेबल स्पेनर के मुख़ (Face) के साइज़ को घटाया बढाया जा सकता है | इस स्पेनर में दो जबड़े(Jaws) होते है जिसमें एक एक जबड़ा स्थिर होता है तथा दूसरा चलित होता है| इस स्पेनर का प्रयोग अलग-अलग साइज़ के नट या बोल्ट को कसने या ढीला करने के लिए किया जाता है | यह हल्के कार्यो के लिए उपयोगी होता है |
पिन हुक स्पेनर (Pin Hook Spanner) :-
इस स्पेनर की बनावट अर्द्ध गोलाकार होती है जिसके एक सिरे पर हुक (Hook) बनी होती है | इस स्पेनर का प्रयोग गोलाकार नट पर किया जाता है जिसमे एक सुराख़ बना होता है | स्पेनर की हुक को इसमें फसाकर घुमाया जाता
है |
स्पेनर के दोष ( Defect of Spanner) :-
दोष युक्त स्पेनर का प्रयोग करना खतरनाक होता है ,इसलिए ख़राब स्पेनर्स का प्रयोग कभी नही करना चाहिए |
स्पेनर के दोष जैसे :- क्रैक होना , जबड़े का खुल जाना , जबड़े का ख़राब होना ,आदि |
हमें उम्मीद है कि आप स्पेनर (Spanner ) से पूर्ण रूप से परिचित हो गये होंगे |