Reti or File Important One Liner Notes | रेती या फाइल महत्वपूर्ण नोट्स

Reti or File Important One Liner Notes | रेती या फाइल महत्वपूर्ण नोट्स 

Reti
  • नई रेती (Reti) या फाइल को पहले मुलायम धातु पर प्रयोग करना चाहिए, जैसे एलुमिनियम, कॉपर इत्यादि |  
  • फ्लैट फाइल के फेसबुक पर सिंगल डबल कट दांते कटे होते हैं और किनारों पर केवल सिंगल कट दांते  कटे होते हैं 
  • फाइल प्रायः टूल स्टील या हाई कार्बन स्टील से बनाई जाती है |
  • फाइल का साइज उसकी हील से पॉइंट तक के बीच की दूरी से लिया जाता है  |
  • फाइल पर लकड़ी के हैंडल को खराब होने से बचाने के लिए उस पर एक फेरूल लगा दिया जाता है |
  • फाइल को उसकी लंबाई, कट, ग्रेड और आकार के अनुसार दर्शाया जाता है | जैसे फ्लैट फाइल स्मूथ 250 mm सिंगल कट |
  • फाइल का फॉरवर्ड स्ट्रोक ही कटिंग का स्ट्रोक होता है |
  • फाइल की ओवर कट दांते 60° और अप कट दांते 75° से 80° के कोण पर कटे होते हैं |
  • फाइलिंग करते समय प्रेशर केवल फॉरवर्ड स्ट्रोक में लगाना चाहिए | रिटर्न स्ट्रोक में फाइल को उठाना नहीं चाहिए केवल दबाव हटा देना चाहिए |
  • फाइल के स्ट्रोक की प्रति मिनट संख्या औसतन 40 से 60 होनी चाहिए |
  • फाइल की हार्डनेस प्रायः 60-64 HRC होती है |
  • फाइल के दो संलग्न दांतो के बीच की दूरी को पिच कहा जाता है |
  • यदि फाइल पर धातु का पिच अधिक होने पर ,फाइल से अधिक धातु काटी जा सकती है इसी प्रकार यदि फाइल पर दांतों का पिच कम होगा तो दांतों की गहराई भी कम होगी जिससे स्मूथ फिनिशिंग की जा सकती है |
  • रफ और बास्टर्ड फाइलों के द्वारा रफ फाइलिंग में प्रति स्ट्रोक  0.05 mm से 0.1 mm तक धातु की फाइलिंग की जा सकती है |
  • फाइलिंग की परिशुद्धता 0.1mm से0.02 mm तक होती है | 
  • सेकंड कट और स्मूथ फाइलों के द्वारा फाइलिंग में प्रति स्ट्रोक 0.02 mm से 0.06 mm तक धातु की फाइलिंग की जा सकती है |
  •  हैंड फाइल या सेफ एज फाइल का प्रयोग संलग्न भुजा के बचाव के लिए किया जाता है |
  • यदि फाइल की जाने वाली सतह पर तेल लगा हो तो फाइल का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योकिं फाइल के  दांत सतह पर फिसलने लगी |
  • एल्यूमीनियम धातु को स्मूथ फिनिश करने के लिए सिंगल कट फाइल का प्रयोग करना चाहिए |
  • फाइलिंग करते समय रिटर्न स्ट्रोक में दबाव को हटा लेना चाहिए जिससे घर्षण को कम किया जा सके तथा फाइल के दांतो को घिसने से बचाया जा सके |
  • वार्डिंग फ़ाइल का आकार में फ्लैट फाइल की तरह होती है परंतु इसकी थिकनेस अपेक्षाकृत कम होती है |
  • बेंच वाइस में जॉब को कोहनी (Elbow) के लेवल के बराबर बांधना एक अच्छी स्थिति होती है | 
  • फाइल के अक्ष के साथ दांतों को एक एंगल या कर्व में बनाया जाता है जिससे फाइलिंग करते समय जॉब से चिप्स को बाहर आसानी से निकाला जा सके | 
  • फाइल की हुई सतह को एमरी पेपर का प्रयोग करके फिनिश किया जा सकता है | एमरी पेपर को लकड़ी के ब्लॉक पर लगाकर प्रयोग में लाया जा सकता है | 
  • पावर फाइलिंग के लिए एक फ्लैक्सिबल शाफ्ट फाइलिंग मशीन और स्टेशनरी फाइलिंग मशीन का प्रयोग किया जाता है |
  • फाइल की टैंग को मुलायम रखने से उस पर हैंडल को आसानी से फिट किया जा सकता है और वह झटको को आसानी से सहन कर लेती है | 
  • नई फाइलों को पहले कास्टिंग और फोर्जिंग पर प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि उनकी बाहरी सतह हार्ड होती है | 
  • मिलिंग और ग्राइंडिंग द्वारा बनाए गए दांतों पर प्रायः धनात्मक रेक (2° से 10° तक) रखा जाता है |  
  • चीजल द्वारा बनाए गए दांतों पर प्रायः ऋणात्मक रेक (-12° से -15° तक) रखा जाता है |

 

इसे भी जानें

Leave a Comment