Precision Instruments kya hai | सूक्ष्ममापी यंत्र

   Precision Instruments kya hai  | सूक्ष्ममापी यंत्र

आज हम सभी जानेंगे की Precision Instruments kya hai ?

वर्तमान आधुनिक समय में वर्कशॉप या कारखानों में  कलपुर्जों (पार्ट्स) की सभी मापों को परिशुद्धता (Accuracy) में बनाने तथा मापने के लिए सूक्ष्ममापी यंत्र (Precision instruments)  यंत्रों की आवश्यकता पड़ती है । सूक्ष्ममापी यंत्रों के द्वारा किसी भी पार्ट्स की माप को अधिक  सूक्ष्मता से मापा जा सकता है । इस प्रकार हम कह सकते हैं कि “वह यंत्र जो किसी भी पार्ट्स या वस्तु की माप को अत्यधिक परिशुद्धता या  सूक्ष्मता से मापता है उसे हम सूक्ष्म मापी यंत्र कहते हैं ।”

वर्कशॉप में भिन्न भिन्न प्रकार के सूक्ष्म मापी यंत्रों का प्रयोग किया जाता है । जैसे :- माइक्रोमीटर , वर्नियर कैलीपर , डायल गेज , वर्नियर बेवल प्रोटेक्टर इत्यादि ।

माइक्रोमीटर (Micrometer) 


माइक्रोमीटर एक सूक्ष्ममापी यंत्र है , जिसके द्वारा किसी भी जॉब को अत्यधिक परिशुद्धता के साथ आसानी से मापा जा सकता है । माइक्रोमीटर का आविष्कार जीन पाल्मर  (Jean Palmer) ने 1867 में किया था परंतु बाद में 1867 में जे. आर. ब्राउन द्वारा इसे सुधारा गया । आधुनिक माइक्रोमीटर जीन पाल्मर का ही शुद्ध रूप है ।

Precision Instruments kya hai | सूक्ष्ममापी यंत्र



माइक्रोमीटर का सिद्धांत (Principle of micrometer) :-



माइक्रोमीटर स्क्रू थ्रेड की लीड व पिच के सिद्धांत पर बनाया गया है ।
यह नट और बोल्ट के सिद्धांत की तरह ही कार्य करता है इसलिए इसे नट  और बोल्ट के सिद्धांत से भी कहते  है ।
अल्पतमांक : – माइक्रोमीटर का अल्पतमांक मैट्रिक पद्धति  में  0.01 mm (10 micron) होता है ।
( किसी यंत्र द्वारा मापा गया सूक्ष्म से सूक्ष्म मान , उस यंत्र का अल्पतमांक कहलाता है )

पदार्थ (Materials ) :- 
                                    
                                                 Drop forged steel .


माइक्रोमीटर के प्रकार (Types of micrometer) :- 

  • बाह्य माइक्रोमीटर 
  • आंतरिक माइक्रोमीटर 
  •  ट्यूब माइक्रोमीटर 
  • फ्लेंज माइक्रोमीटर 
  • डेप्थ माइक्रोमीटर 
  • डिजिटल माइक्रोमीटर 
  • बांँल माइक्रोमीटर 
 

बाह्य माइक्रोमीटर (Outside micrometer) :-

यह यंत्र किसी भी जॉब या पार्ट्स की बाहरी माप को अधिक परिशुद्धता के साथ मापता है । इसका अल्पतमांक 0.01mm (मैट्रिक पद्धति में ) होता है ।

Precision Instruments kya hai | सूक्ष्ममापी यंत्र

माइक्रोमीटर के अंग (parts of micrometer) :-


फ्रेम (Frame) :- 

यह ड्राप फोर्ज स्टील अथवा आघातवर्धनीय ढलवा लोहे का मुख्य ढांचा होता है ।
बैरल (Barrel) :-

इसमें अंश वाली डेटम रेखा पर पैमाने बने हुए होते हैं । यह फ्रेंम पर फिट होता है   ।
थिंबल (Thimble) :-

यह स्पिंडल से जुड़ा हुआ भाग होता है जिस पर बेेैवल भागो पर अंश बनी होती हैं ।
निहाई (Anvil) :- 

यह क्रोमियम स्टील से बना होता है , जो फ्रेंम के बाई ओर फिट होता है । एनविल माइक्रोमीटर का वह भाग होता है , जिसके दूसरे सिरे पर स्पिंडल को चलाकर रोका जा सके । यह मापन फलक का कार्य करता है ।

स्पिंडल लॉक नट (Spindle Lock Nut) :-
यह माइक्रोमीटर मेंं  नर्लिंग किया हुआ वह भाग होता है , जिसे मापन के समय किसी भी स्थिति में स्थिर किया जा सकता है ।

रेैचेट स्टॉप (Ratchet Stop ) :-

यह माइक्रोमीटर के हैंडल के अंत में लगा होता है , जो मापन की आवश्यकता के अनुसार वस्तु या जॉब पर निश्चित दाब लगाता है । इसके प्रयोग से जॉब के मापन में त्रुटि नहीं होती है और मापन की शुद्धता बनी रहती है ।

Range :-
माइक्रोमीटर द्वारा मापी जा सकने वाली न्यूनतम तथा अधिकतम माप को माइक्रोमीटर की रेंज कहते हैं । बाजार में माइक्रोमीटर विभिन्न रेंजों में उपलब्ध होती है जैसे :-  0-25mm , 25-50mm , 50-75mm , 75-100mm , 100-125mm इत्यादि ।

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