स्नेहक(Lubricant) क्या होते है ?

मित्रों आज हम सभी जानेंगे कि स्नेहक (Lubricant) क्या होते  है ? इसकी वर्कशॉप में क्या उपयोगिता होती है ?

स्नेहक (Lubricant)

वर्कशॉप में विभिन्न प्रकार की मशीने वस्तुओं के उत्पादन में प्रयोग में लायी जाती है, जिन्हें विद्युत् से चलाया जाता है | सभी मशीने कई प्रकार के पार्ट्स को आपस असेम्बल करके बनाया जाता हैं | मशीनों के अन्दरकुछ पार्ट्स गतिशील होते है और कुछ पार्ट्स स्थिर होते है | गतिशील पार्ट्स में गति के कारण, पार्ट्स के मध्य घर्षण उत्पन्न होती है जिससे मशीन जल्दी ही गर्म हो जाती है और मशीन के ख़राब होने की सम्भावना बढ़ जाती है | मशीनों के अन्दर से अधिक आवाज आने लगती है तथा मशीन का जीवन काल कम हो जाता है |

मशीनों के गतिशील पार्ट्स के मध्य उत्पन्न होने वाले घर्षण से होने वाली हानियों को कम करने के लिए मशीन में जो पदार्थ प्रयुक्त किया जाता है , उसे स्नेहक (Lubricants) कहते है | स्नेहक दो सतहों के मध्य एक पतली एवं चिकनी परत का कार्य करता है जिसके कारण घर्षण कम हो जाता है और मशीन अधिक समय तक कार्य कर करती है |

स्नेहक के प्रकार (Types of Lubricant)

  1. तरल स्नेहक (Liquid Lubricants)
  2. अर्द्ध-तरल स्नेहक (Semi – Liquid Lubricants)
  3. ठोसस्नेहक (Solid Lubricants)

तरल स्नेहक (Liquid Lubricant) :-

यह स्नेहक प्रकृति में तरल या द्रव अवस्था में पाया जाता है | मशीनों में तरल स्नेहक सर्वाधिक प्रयोग  में लाया जाता है | यह स्नेहक  खनिज तेल , वनस्पति तेल एवं जानवरों की चर्बी से प्राप्त तेलों से बनाया जाता है |

स्नेहक(Lubricant) क्या होते है ?

खनिज तेल :- खनिज तेल पृथ्वी में खनिज के रूप में प्राप्त होते है जैसे मोबिल आयल , केरोसिन , पेट्रोल, डीजल इत्यादि |

वनस्पति तेल :- यह तेल वनस्पति से अर्थात पेड़, पौधों, फलों , बीजों सब्जियों इत्यादि से प्राप्त होता है |

जानवरों की चर्बी से प्राप्त तेल :- मछली का तेल , सूअर का तेल, टेलों आयल इत्यादि |

अर्द्ध तरल स्नेहक (Semi – Liquid Lubricants) :-

यह स्नेहक अर्द्ध तरल रूप में होते है | अर्द्ध तरल स्नेहक का प्रयोग अधिक दाब एवं कम फीड वाले स्थानों पर किया जाता है | यह ताप बढ़ने पर पिघल जाते है | जैसे ग्रीस (Grease), वैसलीन आदि |

स्नेहक(Lubricant) क्या होते है ?

ठोस स्नेहक (Solid Lubricants) :-

यह स्नेहक ठोस रूप में होते है | ठोस स्नेहक का प्रयोग वहां पर होता है जहां पार्ट्स के मध्य में अधिक दबाव या तापमान के कारण दुसरे प्रकार के स्नेहक की परत न बनाई जा सके | ठोस स्नेहक के उदाहरण :- माइका, ग्रेफाइट, टेल्क, सोप स्टोन एवं वैक्स आदि |

स्नेहक(Lubricant) क्या होते है ?

 स्नेहक के लाभ (Advantages of Lubricants) :-

  • विद्युत् खर्च में बचत होती है |
  • मशीन की गति बढ़ जाती है |
  • मशीन का जीवन काल बढ़ जाता है |
  • मशीन की उत्पादन क्षमता बढ़ जाती है |
  • मशीन की परिशुद्धता बनी रहती है |
  • मशीन के पार्ट्स में जंग नही लगता है |
  • मशीन के पार्ट्स को गर्म होने से बचाया जा सकता है |
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