प्राथमिक चिकित्सा किट (First Aid kit box)

प्राथमिक चिकित्सा किट (First aid kit box)

प्राथमिक चिकित्सा किट बॉक्स (First Aid kit box) सुलभ स्थान पर होनी चाहिए ,जहां पर आसानी से पहुंचा जा सके । प्राथमिक चिकित्सा किट बॉक्स  में प्राथमिक चिकित्सा पुस्तिका , रोलर पट्टियां , कॉटन , साफ-सुथरे कपड़े , एंटीसेप्टिक क्रीम , थर्मामीटर , विभिन्न साइजो की सेफ्टी पीने , पेट्रोलियम जेली ट्यूब ,ग्लोब्स , मास्क ,साबुन इत्यादि होना चाहिए ।

प्राथमिक चिकित्सा किट बॉक्स (First Aid kit box) के अंदर बिना प्रिसक्रिप्शन वाली दवाइयां होनी चाहिए । जैसे :-एंटीसेप्टिक क्रीम , पेरासिटामोल , एंटी हिस्टामाइन क्रीम ,कॉन्स्टिपेशन मेडिसिन, पेन किलर , सैनिटाइजर इत्यादि ।

प्राथमिक चिकित्सा किट(First Aid kit box) की सहायता से घायल व्यक्ति का इलाज करने में सहायता मिलती है ।

प्राथमिक चिकित्सा किट(First Aid kit box)

प्राथमिक उपचार

प्राथमिक उपचार किसी घायल या बीमार व्यक्ति को उसकी जान बचाने के लिए प्रारंभिक तौर पर देखभाल या सहारा देने के लिए किया जाता है, जिसमें जान बचे उसे और बिगड़ने वाले हालात से  रोका जा सके | पीड़ित व्यक्ति को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा देना चाहिए | प्राथमिक उपचार का उद्देश्य घायल या पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल या मेडिकल सेंटर पहुंचने तक उचित संभावित लाभ ,आराम पहुंचाना होता है | यह एक जीवन रक्षक सुविधाएं होती हैं जो उपलब्ध स्रोत का प्रयोग करके दी जाती हैं | युवाओं को स्कूल, कॉलेज, उद्योगों के अंदर प्रशिक्षण संस्थानों आदि के माध्यम से कुशल प्रशिक्षण प्रदान करना  अत्यंत महत्वपूर्ण होता है | अच्छे स्वास्थ्य निर्माण में युवाओं में यह आदत सहायक होती है | प्राथमिक उपचार प्रक्रिया प्राय: सरल और जीवन रक्षक तकनीक होती है जो एक उचित प्रशिक्षण तथा ज्ञान प्राप्त व्यक्ति को  व्यवहार में दिया जाता है | प्राथमिक उपचार तीन महत्वपूर्ण तथ्यों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है |

  • जीवन बचाना |
  • आगे होने वाली क्षति को रोकना |
  • स्वास्थ्य लाभ को बढ़ावा देना |

प्राथमिक उपचार का ABC 

यह ABC  का तात्पर्य :-

A – Airways (वायुमार्ग )
B – Breathing (श्वशन )
C – Circulation (परिसंचरण )

 

जब प्राथमिक उपचार दिया जा रहा हो तो नियमों का पालन करना आवश्यक है | यह निश्चित होना चाहिए कि साधारण शिक्षण और प्रशिक्षण पद्धति द्वारा छात्रों को प्रशासन द्वारा बीमारी व हानिकारक स्थिति से बचने के लिए प्रशिक्षित करना चाहिए |

 
प्राथमिक चिकित्सा किट (First Aid kit box)

 

वायु मार्ग (Airway)

रोगी के वायु मार्ग को निश्चित कर लेना चाहिए कि यह सही है या नहीं | रोगी का वायु मार्ग साफ होना चाहिए | आपातकाल की आशंका अनुसार परिस्थिति को समझ लेना चाहिए | यह भी एक कारण हो सकता है | 

श्वसन (Breathing)

यदि श्वसन क्रिया रुक गई हो तो पीड़ित जल्द ही मृत होने की संभावना होती है अर्थात उसे तुरंत श्वसन क्रिया में सहयोग करना चाहिए ताकि अगली क्रिया को बचाने के लिए पूरा किया जा सके |
 

 परिसंचरण (Circulation)

रक्त परिसंचरण द्वारा व्यक्ति जीवित रहता है | अतः प्राथमिक उपचार कर्ता को CPR पद्धति द्वारा इसका प्रशिक्षण प्राप्त होना चाहिए | 

गोल्डन आवर्स (Golden Hours)

भारत के अस्पतालों में खतरनाक चिकित्सा समस्याओं जैसे सिर में चोट, बहुआयामी हादसा, हार्टअटैक, स्ट्रोक के लिए बेहतरीन तकनीक उपलब्ध है परन्तु  मरीजों को समय पर फायदा नहीं पहुंचता क्योंकि उनको यह तकनीक समय पर उपलब्ध नहीं हो पाती है और मरीज के तुरंत मरने की संभावना सर्वाधिक होती है इस अवधि को गोल्डन आवर्स कहते हैं  | जब तक मरीज अस्पताल पहुंचता है इससे खतरनाक अवधि को पार कर गया होता है | प्राथमिक चिकित्सा जीवन बचने में परम उपयोगी होती है |
 

CPR

CPR – Cardio Pulmonary Resuscitation 
कार्डियो पलमोनरी रिससिटेशन प्रक्रिया कभी-कभी जीवन रक्षक हो सकती है | 

CPR से जीवन को बचाया जा सकता है यदि कोई CPR जानता है और आपके सामने किसी व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो रही है तो आप उसके द्वारा तुरंत CPR की प्रक्रिया शुरू करें और अगर आपको CPR की जानकारी नहीं है तो इसकी कोशिश ना करें क्योकि इससे कुछ नुकसान भी हो सकता है | कुछ लोग इसे गलत तरीके से करते हैं और भीड़भाड़ वाली जगह में करने का प्रयत्न करें अगर किसी भी बेहोश व्यक्ति के आसपास काफी लोग होते हैं तो यह प्रक्रिया सही नहीं हो पाती है | लेकिन अगर इस CPR क्रिया को बहुत कुशलता व  सावधानी से किया जाए तो यह बहुत लाभदायक होता है |

आपातकालीन सुविधाओं को बुलावा 

आपातकाल की नंबर अलग-अलग होते हैं  | 
जैसे:- पुलिस के लिए 100 नंबर  |
आग और एंबुलेंस के लिए 108नंबर   |
इन नंबरों का प्रयोग करके स्थिति की जानकारी देनी चाहिए |

Leave a Comment