मित्रों आज हम सभी प्लग गेज और वर्नियर कैलिपर में क्या अंतर होता हैं , के बारे में जानेंगे (Difference between Plug gauge and Vernier caliper)
प्लग गेज (Plug gauge)
- प्लग गेज़ का उपयोग विभिन्न आकृतियों के सुराख़ की जाँच करने के लिए किया जाता है |
- प्लग गेज़ की साइज़ ,दी गयी जॉब की साइज़ के अनुसार निर्धारित की जाती है |
- प्लग गेज़ एक अप्रत्यक्ष मापी यन्त्र होता है |
- अर्द्ध कुशल कारीगर के द्वारा भी प्लग गेज़ का उपयोग किया जा सकता है |
- प्लग गेज़ के द्वारा जॉब की जाँच में समय कम लगता है |
- प्लग गेज़ को बनाने की लागत में कमी आती है |
- प्लग गेज़ की सहायता से कम समय में अधिक जॉब की जाँच की जा सकती है |
वर्नियर कैलिपर (Vernier Caliper)
- एक प्रकार का सूक्ष्ममापी यन्त्र (Precision Instruments) होता है |
- इसका आविष्कार फ्रांस के वैज्ञानिक पैरी वर्नियर ने किया था |
- वर्नियर कैलिपर की सहायता से किसी भी जॉब (Work Piece) की आंतरिक, बाहरी, गहराई, स्टेप इत्यादि की मापों को जांचने या मापने के लिए किया जाता हैं |
- वर्नियर कैलिपर का अल्पतमांक 0.001”(इंच में ) या 0.0 2 मि .मि .(milli meter) होता है |
- वर्नियर कैलिपर द्वारा जॉब की जाँच में समय प्लग गेज़की अपेक्षा अधिक लगता है |
- वर्नियर कैलिपर को बनाने की लागत अधिक आती है |
- कुशल कारीगर के द्वारा ही वर्नियर कैलिपर का उपयोग किया जाता है |
👉वर्नियर कैलीपर क्या है ? यह कितने प्रकार का होता है ?