हैण्ड टूल्स (Hand Tools)
मित्रोँ आज हम सभी हैण्ड टूल्स (Hand Tools) के बारे जानेंगे और इनका वर्कशॉप में क्या उपयोग होता है?
देश के समस्त ITI की कार्यशालाओं या वर्कशॉपो में सामान्य रूप से विभिन्न प्रकार के हैण्ड टूल्स प्रयोग में लाये जाते हैं, इसमें से कुछ टूल्स या औजार ऐसे होते हैं जो सभी ट्रेड के वर्कशॉप में प्रयोग किये जाते हैं | वह सभी औजार (Instruments) जिनका प्रयोग मुख्यतः जॉब या कार्य खंड पर निशान लगाने और मापने में किया जाता है, उन्हें चिन्हक और मापन औजार (Marking and Measuring Tools) कहा जाता हैं | मित्रोँ आज हम सभी इन्हीं हैण्ड टूल्स (Hand Tools) या औजारों बारे में सामान्य जानकारी प्राप्त करेंगे जिससे आप सभी टूल्स या औजारों को पहचान सकें |
Marking Hand Tools
विभाजक (Divider)
विभाजक या डिवाइडर का प्रयोग कार्य खंड या जॉब की सतह पर वृत्त, चाप खीचने के लिए तथा दूरियों को स्थानांतरित एवं स्टेपिंग (STEPPING) करने के लिए किया जाता है |
विभाजक का प्रयोग स्टील रूल के साथ प्रयोग किया जाता है | यह एक प्रकार का Marking Hand Tools हैं । स्टील रूल की सहायता से पहले माप सेट किया जाता हैं, तत्पश्चात जॉब की सतह पर वृत्त या चाप लगातें हैं | विभाजक का आकार 50 mm से लेकर 200 mm तक होता है | इसकी नोंक और जोड़ की पिन के केंद्र की बीच दूरी से विभाजक का आकार बताया जाता है |
विभाजक के प्रकार (Types of Divider)
- स्थिर जोड़ विभाजक (Firm Joint Divider)
- स्प्रिंग जोड़ विभाजक (Spring Joint Divider)
कैलीपर(Caliper)
कैलीपर एक अप्रत्यक्ष मापक यन्त्र है जिसका उपयोग माप को स्टील रुल से स्थानांतरण करने के लिए किया जाता है | कैलीपर ऐसे जगहों पर माप लेने हेतु प्रयोग किया जाता है जहाँ पर स्टील रूल के द्वारा प्रत्यक्ष रूप से माप नही लिया जा सकता है | ऐसे जगहों पर कैलीपर से दूरी सेट कर लेते हैं और यही कैलीपर की दूरी स्केल पर रख कर माप लेते हैं |
कैलीपर के प्रकार (Types of Caliper)
कैलीपर का वर्गीकरण दो प्रकार ज्वाइन्ट तथा लेग के आधार पर किया जाता है |
जोड़ के आधार पर कैलीपर के प्रकार –
- स्थिर जोड़ कैलीपर ( Firm Joint Caliper )
- स्प्रिंग जोड़ कैलीपर ( Spring Joint Caliper )
लेग या पैर के आधार पर कैलीपर के प्रकार –
- आउटसाइड कैलीपर (Outside Caliper)
- इनसाइड कैलीपर (Inside Caliper)
- जैनी कैलीपर (Jenny Caliper)
जैनी कैलीपर (JENNY CALIPERS)
जैनी कैलिपर का एक पैर या लेग में समायोज्य डिवाइडर नोक होती है तथा इसका दूसरा पैर अन्दर की ओर मुड़ा रहता है | ये बाजारों में विभिन्न माप 150, 200, 250 तथा 300 mm में उपलभ्ध होते हैं |
कैलिपर उपयोग निम्न कार्य में किया जाता है | जैसे :-
- गोल छड़ का केंद्र ज्ञात करना |
- जॉब में आतंरिक तथा बाहरी किनारे के समान्तर रेखायें खीचना |
जैनी कैलीपर को निम्न अन्य नामों से भी जाना जाता है |
- हर्माफ्रोडाइट कैलीपर (Hermaphrodite Caliper)
- लेग तथा प्वांईट कैलीपर (Leg and Point Caliper)
- ओड लेग कैलीपर (Odd leg Caliper)
खरोंचनी (Scriber)
वर्कशॉप में कारीगर लेआउट (Layout) के कार्यों में मशीनिंग किये जाने वाले अथवा घिसने या काटे जाने वाले जॉब या कार्य की विमाओं (Dimensions) को प्रदर्शित करने के लिए रेखाएं खींची जाती हैं |
लेआउट का कार्य करने के लिए खरोंचनी(scriber) का उपयोग किया जाता है | यह उच्च कार्बन इस्पात का बना होता है | स्पष्ट एवं बारीक लाइन खीचने हेतु इसके एक सिरा नोकदार होना चाहिए |
साधारण शब्दों में कहा जाए तो खरोंचनी(Scriber) का कार्य किसी जॉब या धातु कार्यखंड पर निशान लगाने हेतु किया जाता है, जिससे उस स्थान पर मशीनिंग क्रियाए जैसे ड्रिलिंग बोरिंग, घिसाई, कटाई इत्यादि करने में आसान हो |
खरोचनी के प्रकार ( Types of Scriber)
यह मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं –
- सीधी खरोचक(Straight Scriber)
- मुड़ी हुई खरोचक(Bent Scriber)
चिन्हन पंच (Marking Punch)
जॉब की लेआउट या विन्यास के किसी निश्चित मापन विमाओं (Dimensions) को स्थायी बनाने हेतु पंच(Punch) का प्रयोग किया जाता है |
चिन्हन पंच के प्रकार (Types of Marking Punch)
- केंद्र पंच (Center Punch)
- प्रिक पंच (Prick Punch)
- केंद्र पंच (Center Punch)
केंद्र पंच (Center Punch):
सेंटर पंच के नोक का कोण 90° होता है | इसके द्वारा बनाया हुआ चिन्ह चौड़ा और अधिक गहरा नहीं होता है |
इसका प्रयोग छिद्र की स्थिति स्पष्ट करने के लिए किया जाता है | चौड़ा पंच चिन्ह पर ड्रिल को शुरू करने के लिए ठीक ढंग से बैठाने में सहायक होता है |
प्रिक पंच (Prick Punch):
प्रिक पंच के नोक(Point) का कोण 30° अथवा 60° होता है | 30° वाले प्रिक पंच का प्रयोग विभाजक (Divider) को ठीक स्थिति में करने के लिए हल्के पंच चिन्हन हेतु होता है |
पंच चिन्ह में डिवाइडर की नोकदार लेग या पैर आसानी से बैठ जाती है |
60° वाले प्रिक पंच का प्रयोग विटनेस चिन्हों को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है |
Measuring Hand Tools
स्टील रूल(Steel Rule)
जब हम किसी जॉब या कार्यखंड को टूल्स की सहायता से मापते हैं तो वास्तव में हम मापन के ज्ञात मानकों जैसे स्टील रूल आदि से इसकी तुलना करते हैं | मापन क्रिया में SI Unit के अनुसार लम्बाई की मूल इकाई (Fundamental Unit) मीटर होती है | कार्यशाला (Workshop) में लम्बाई को मापने के लिए स्टील रूल मुख्य रूप से प्रयोग होने वाला औजार है |
स्टील रूल (Steel Rule)किसी जॉब या कार्यखंड की भुजाए या लम्बाई को मापने के लिए प्रयोग किया जाने वाला एक प्रत्यक्ष मापी यंत्र होता है | स्टील रूल पर इंच, सेंटीमीटर तथा मिलीमीटर के निशान बने होते हैं | स्टील रूल स्टेनलेस स्टील या स्प्रिंग स्टील का बना होता है | स्टील रूल बाजारों में 150 mm, 300 mm, 600 mm तथा 1000 mm की लम्बाई में उपलब्ध होते हैं | स्टील रूल के माप की सूक्ष्मता ( Accuracy) मिलीमीटर में 0.5 mm और इंच में 1/64 इंच होती है | इसे इंजीनियरिंग रूल भी कहा जाता है |
स्टील रूल के प्रकार ( Types of Steel Rule)
इंजीनियरिंग स्टील रूल के अलावा अन्य प्रकार के स्टील रूल वर्कशॉप में प्रयोग में लाये जाते है जो निम्नवत हैं –
- शोर्ट स्टील रूल (Short Steel Rule)
- नैरो स्टील रूल (Narrow Steel Rule)
- लचकदार स्टील रूल (Flexible Steel Rule)
गुनिया (Try Square)
गुनिया या ट्राई स्क्वायर एक प्रकार का परिशुद्धतामापी यन्त्र (Precision Instrument) है जिसकी सहायता से सतहों की वर्गकारिता (Squareness) अर्थात 90° की जाँच की जाती है | ट्राई स्क्वायर | Try Square
ट्राई स्क्वायर कठोरीकृत इस्पात का बनी होती है | यह दो भागों Stock तथा Blade से मिलकर बना होता है | इसको इसके ब्लेड की लम्बाई से प्रदर्शित करते हैं जो 100 mm, 150 mm, 200 mm होता है | ट्राई स्क्वायर की परिशुद्धता (Accuracy) लगभग 0.002 mm प्रति 10 mm लम्बाई होती है |
ट्राई स्क्वायर का उपयोग मुख्यतः निम्न कार्यों में किया जाता है –
- जॉब में समतलता की जाँच करना |
- जॉब में 90° कोण की जाँच करना |
- कार्य को समकोण पर सेट करना |
- जॉब या कार्य के किनारे पर 90° रेखा खीचना |
Striking Hand Tools
हथौड़ी (Hammer)
हथौड़ी (Hammer)एक प्रकार का हस्त औजार (Hand Tool) होता है जिसका प्रयोग विभिन्न कार्यों में चोट या प्रहार (Striking) करने हेतु किया जाता है |
हथौड़ी के मुख्य भाग शीर्ष (Head) तथा हत्था (Handle) होते हैं | इसका हेड ड्राप फोर्जिंग कार्बन इस्पात से बनाया जाता है तथा हैंडल को मुख्यतः ऐसे लकड़ी से बनाया जाता है जो कम्पन को सहन कर सके |
Hammer Head के मुख्य भाग चित्रानुसार निम्नवत हैं: –
- फलक (Face)
- पीन (Peen)
- बाल पीन (Ball Peen)
- क्रॉस पीन (Cross Peen)
- सीधा पीन (Straight Peen)
- चीक (Cheek)
- नेत्र छिद्र (Eye Hole)
इंजीनियरिंग हैमर को उसके भार के आधार पर वर्णित किया जाता है | यह 125 gm से 1500 gm में बाजार में उपलब्ध होता है | फिटिंग व मशीनिंग शॉप में मुख्यतः बाल पीन हैमर का प्रयोग किया जाता है |
Cutting Hand Tools
छेनी (Chisel)
इसे ठण्डी छेनी (Cold Chisel) के नाम से भी जाना जाता है | यह एक प्रकार का हाथ से प्रयोग किया जाने वाला कर्तन (cutting) औजार है जिसका प्रयोग धातु को छिलने (Chipping) या काटने में किया जाता है |
छेनी के मुख्यतः तीन अंग शीर्ष (Head), बॉडी (Body) और नोक (Point or Cutting Edge) होते हैं | यह उच्च कार्बन स्टील की बनी होती हैं | chisel या छेनी का सही नोक या कर्तन कोण (Point Angle) चिपिंग किये जाने वाले पदार्थकी धातु पर निर्भर करता है |
छेनी का प्रकार (Types of Chisel)
- सपाट छेनी (Flat Chisel)
- क्रॉस कट छेनी (Cross Cut Chisel)
- अर्धगोलाकार नासिका छेनी (Half Round Nose Chisel)
- हीरक नोक छेनी (Diamond Point Chisel)
हैण्ड हेक्सा (Hand Hacksaw)
हैण्ड हेक्सा (Hand Hacksaw) एक प्रकार का कर्तन औजार (Cutting Tool) है जिसका प्रयोग विभिन्न सेक्शन के मेटल को काटने के लिए किया जाता है | यह दो भागों से मिलकर बना होता है | हेक्सा फ्रेम (Hacksaw Frame) तथा ब्लेड (Blade) |
हेक्सा फ्रेम के भाग (Parts of Hacksaw Frame)
- हेंडल
- फ्रेम
- ट्यूबलर फ्रेम
- रीटेनिंग पिन
- फिक्स ब्लेड होल्डर
- समायोज्य ब्लेड होल्डर
- विंग नट
हेक्सा फ्रेम के प्रकार (Types of Hacksaw Frames)
हेक्सा फ्रेम तीन प्रकार के होते हैं –
- सॉलिड फ्रेम (Solid Frame)
इस फ्रेम पर किसी निश्चित मानक लम्बाई की ब्लेड ही फिट की जा सकती है | जैसे 300 और 250 mm |
- एडजस्टेबल फ्रेम (Adjustable Frame)
वर्कशॉप में एडजस्टेबल फ्रेम प्राय: अधिकतर उपयोग में आने वाला औजार है | जॉब को काटते समय यह अधिक अच्छी पकड़ व नियंत्रण प्रदान करता है |
डीप कटिंग हैक्सॉ फ्रेम (Deep cutting Hacksaw frame )
बड़े आकार के जॉब की कटाई में उपयोगी ।
रेती (File)
रेती या फाइल (File) एक प्रकार का हस्त औजार (Hand Tool) है जिसकी सहायता से जॉब की सतह से अनावश्यक धातु को काटने या हटाने का कार्य किया जाता है | रेती या फाइल हाई कार्बन स्टील की बनी होती हैं |
रेती के कट के प्रकार (Types of Cut on File)
- सिंगल कट फाइल (Single Cut File)
- दोहरी कट फाइल (Double Cut File)
- रेस्प कट फाइल (Rasp Cut File)
- वक्राकार कट फाइल ( Curved Cut File)
किसी रेती की लम्बाई उसके टिप से हील के बीच की दूरी होती है |
रेती के ग्रेड (Grade of File)
रेती विभिन्न प्रकार तथा ग्रेड मे उपलब्ध होता है और उनके अलग – अलग प्रयोग होते हैं |
- खुरदरी रेती (Rough File)
- बस्टर्ड रेती (Bastard File)
- सेकेंड कट रेती (Second Cut File)
- चिकनी रेती (Smooth File)
- अति चिकनी रेती (Dead Smooth File)
रेती के प्रकार (Types of File):
अनुप्रस्थ काट के आधार पर रेती निम्न प्रकार के होते हैं –
- समतल रेती ( Flat File )
- दस्ती रेती ( Hand File )
- वर्ग रेती ( Square File )
- गोल रेती ( Round File )
- अर्ध गोल रेती ( Half Round File )
- त्रिभुजाकार रेती ( Triangular File )
- चाकूधार रेती ( Knife Edge File )
Holding Hand Tools
वाइस (Vice)
कार्यखंड(Job) को पकड़ने के लिए वाइस(vice) का प्रयोग किया जाता है |
वर्कशॉप में लगभग सभी मशीनिंग प्रक्रियाएँ करते समय, जॉब के ऊपर विभिन्न दिशाओं में विभिन्न बल लगाया जाता है जिनके परिणाम स्वरूप जॉब असंतुलित हो जाता है । इसलिए जॉब को मशीनिंग करने के लिए यह आवश्यक है कि उसे मजबूती से एक निश्चित स्थान पर अच्छी तरह से जकड़ कर रखा जाये, जिसके लिए हम वाइस का प्रयोग करते हैं।
वाइस के प्रकार (Types of Vice)
- बेंच वाइस (Bench Vice)
- पाइप वाइस (Pipe Vice)
- मशीन वाइस (Machine Vice)
- टांग वाइस (Leg Vice)
- पिन वाइस (Pin Vice)
- दस्ती वाइस (Hand Vice)
- सी क्लैंप वाइस (C-Clamp Vice)
- टूल मेकर वाइस (Tool Maker Vice)
- कारपेंटर वाइस (Carpenter Vice)
निहाई (Anvil)
निहाई या एन्विल(Anvil) लौह धातु का बना हुआ एक बड़ा ब्लाक होता है, जिसके ऊपरी सतह चपटी होती है, जिस पर धातु को रखकर आसानी से पीटा जाता है | यह फोर्ज या कास्ट स्टील का बना होता है | यह मुख्यतः किसी भी जॉब या कार्य खंड को आकर देने हेतु हथौड़े के साथ प्रयोग किया जाता है | निहाई के आगे की ओर एक सींघ (Horn) के आकार का बना भाग किसी वक्राकार (Curved) कार्यखंड को curve देने या पीटने हेतु प्रयोग में लाया जाता है | अन्विल के ऊपर बने छिद्र का प्रयोग जॉब में होल करने या मोड़ने के कार्य में प्रयोग किये जाते हैं |
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