फिटर – व्यवसाय परिचय
ITI Fitter Description Qualification
आज हम सभी ITI फिटर (ITI Fitter) व्यवसाय के बारे में जानेंगे । किसी भी राष्ट्र के विकास में उद्योगों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है । उद्योगों के सफल संचालन एवं गुणवत्ता युक्त उत्पादन के लिए कुशल श्रमिकों की आवश्यकता होती है । इसके अलावा आम नागरिक को भी दैनिक जीवन में आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की भरपूर मांग होती है । इसी दृष्टिकोण के आधार से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में तकनीकी रूप से दक्ष कुशल कारीगर तैयार करने हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है ।
ITI Fitter course
वर्तमान समय में भारत में कई औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण दे रहे हैं । औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा वर्तमान समय में लगभग 126 व्यवसाय से भी ज्यादा प्रशिक्षण दिया जा रहे हैैै । जिसमें फिटर भी एक व्यवसाय है वर्तमान समय में 73 अभियांत्रिकी व्यवसाय है जिसमें फिटर, मशीनिस्ट, मोटर मैकेनिक ,डीजल मैकेनिक वेल्डर, टर्नर आदि व्यवसाय होते हैं तथा लगभग 48 गैर अभियांत्रिकी व्यवसाय होते हैं ।इनमें कटिंग ,टेलरिंग, स्टेनो हिंदी ,स्टेनो इंग्लिश आदि व्यवसाय होते हैं ।
अभियांत्रिकी क्षेत्र में फिटर ट्रेड का विशेष महत्व होता है । आज का आधुनिक युग मशीनी युग कहलाता आता है । इंजीनियरिंग वर्कशॉप में विभिन्न प्रकार की मशीनों के पुर्जे बनाए जाते हैं तथा पुरजो की मरम्मत की जाती है ।
फिटर ट्रेड में बहुत से औजारों का प्रयोग करके विभिन्न प्रकार की क्रियाएं की जाती हैं जो निम्नलिखित हैं :-
फाइलिंग, मार्किंग ,ड्रिलिंग ,सोल्डरिंग, वेल्डिंग, फिटिंग ,ऊष्मा उपचार , चिपिंग ,स्क्रेपिंग, कटिंग आदि ऑपरेशन प्रशिक्षणार्थियों द्वारा जाते हैं ।इसके अलावा प्रशिक्षणार्थियों को मशीनों को खोलना , फिट करना ,रिपेयर करना , ग्रेसिंग आदि कार्य किया जाता है ।
फिटर एक कुशल कारीगर होता है जो उद्योगों या कार्यशालाओं में कार्य करता है | फिटर हस्त औजारों तथा मशीनों की सहायता से कई operation को पूर्ण करता है | जैसे लेथ मशीन की सहायता से जॉब बनाना, shaper, planner, Grinder मशीन की सहायता से जॉब को बनाना इत्यादि | ऑटोमोबाइल क्षेत्र में मशीनिस्ट कारीगर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है |
ITI की फिटर ट्रेड को National Skills Qualifications Framework (NSQF) की लेवल 5 के अंतर्गत रखा गया है | यह ट्रेड कैपिटल गुड्स और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र से सम्बंधित है |
ITI फिटर Qualification :-
10 वीं कक्षा विज्ञान और गणित के साथ उत्तीर्ण |
ITI फिटर का प्रगति पथ :-
- ट्रेनी छात्र उच्चतर माध्यमिक प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NOIS) के माध्यम से 10 + 2 परीक्षा में उपस्थित हो सकते हैं और सामान्य / तकनीकी शिक्षा के लिए आगे जा सकते हैं।
- ट्रेनी छात्र Lateral Entry द्वारा इंजीनियरिंग की विभिन्न शाखाओं में डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं।
- ट्रेनी छात्र राष्ट्रीय शिक्षुता प्रमाणपत्र (NAC)के लिए विभिन्न प्रकार के उद्योगों में अपरेंटिसशिप प्रोग्राम में शामिल हो सकते हैं।
- ट्रेनी छात्र संबंधित ट्रेड में शिल्प प्रशिक्षक प्रशिक्षण योजना (CITS) का प्रशिक्षण लेकर ITI या vocational Training Institute में एक अनुदेशक (ट्रेनिंग ऑफिसर) के रूप में कार्य कर सकता है |
फिटर जॉब्स के अवसर :-
- फिटर ट्रेड से ITI करने के बाद ट्रेनी छात्र को निम्नलिखित अवसर प्राप्त होते है |
- विमानन क्षेत्र में |
- वर्कशॉप में |
- उत्पादन और विनिर्माण उद्योग में |
- टूल एंड डाई मेकिंग कंपनी में |
- परिशुद्धता उपकरण कार्यशाला में |
- पानी जहाज निर्माण और मरम्मत में |
- आधारभूत संरचना और रक्षा संगठन में |
- ऑटोमोबाइल और संबद्ध उद्योग में |
- सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों जैसे NTPC, BHEL, SAIL, ONGC, इत्यादि में |
- स्व रोजगार में |
ITI फिटर के लिए अंतर्राष्ट्रीय अवसर :-
फिटर ट्रेड से ITI करने के बाद ट्रेनी छात्र को निम्नलिखित अवसर प्राप्त होते है | आईटीआई उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं को कई खाड़ी देशों, यूरोपीय देशों, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर आदि में रोजगार आसानी से मिल जाते है |
ITI फिटर ट्रेड विषय (ITI trade Fitter Subject)
- Trade Theory (Fitter)
- Engineering Drawing
- Workshop Calculation and Science
- Employability skills
- Trade practical (Fitter)
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