“शारीरिक ,मानसिक तथा बौद्धिक विकास की प्रक्रिया ही शिक्षा (Education) कहलाती है ” ।
समाज के बिना मनुष्य का जीवन बहुत ही मुश्किल है । मनुष्य समाज के लिए उपयुक्त बन जाए यही शिक्षा का उद्देश्य है । प्रत्येक व्यक्ति को समाज की जरूरत होती है । एक दूसरे को समझना और उनकी मदद करना, दूसरों के साथ अपना विकास करना यह एक मनुष्य की मूल प्रवृत्ति होती है । शिक्षा के माध्यम से ही इन मूल प्रवृत्तियों को विकसित किया जा सकता है ।
शिक्षा का शाब्दिक अर्थ :- सीखने और सिखाने की प्रक्रिया ।
एजुकेशन शब्द लैटिन भाषा के “एजुकेटम ” शब्द से बना है जिसका अर्थ ” अंदर से आगे बढ़ना” है ।
शिक्षा की परिभाषा
अरस्तु के अनुसार :-
“स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण करना ही शिक्षा है “।
प्लेटो के अनुसार :-
” शारीरिक मानसिक तथा बौद्धिक विकास की प्रक्रिया ही शिक्षा है “।
ट्रो के अनुसार
” शिक्षा नियंत्रित वातावरण में मानव विकास की क्रिया है “।
भारत के शिक्षा मंत्री (education minister of india)
भारत के शिक्षा मंत्री (education minister of india) वर्तमान में श्री धर्मेंद्र प्रधान (Shri Dharmendra Pradhan) जी है ।