आग कितने प्रकार की होती हैं (Aag kitne prakar ki hoti hai)?
मित्रों आज हम सभी जानेंगे कि आग कितने प्रकार की होती हैं (Aag kitne prakar ki hoti hai)?
आग (Aag or Fire)
ज्वलनशील पदार्थ का जलना ही आग या अग्नि (Fire) कहलाता है । अग्नि के जलने पर प्रकाश (LIGHT) और ऊष्मा (HEAT) उत्पन्न होती है । अग्नि के फैलने के लिए ऑक्सीजन (O2) और ईंधन (FUEL) की आवश्यकता होती है ।
ताप , ईंधन और ऑक्सीजन के मिश्रण से आग उत्पन्न होती है ।
आग लगने का मुख्य कारण (Main cause of fire)
ईधन, ताप और ऑक्सीजन होते है |
अग्नि या आग त्रिभुज (Fire Triangle)
आग के प्रकार (Types of fire in hindi)
श्रेणी A प्रकार की आग (Class A Type Fire)
कागज, लकड़ी, कपड़े एवं धातुओं में लगी आग को श्रेणी “A” प्रकार की आग में रखा गया है । इस प्रकार की आग को बुझाने के लिए पानी का प्रयोग किया जाता है । इसे कार्बोनेेशियस फायर (carbonaceous fire) भी कहते हैं ।
श्रेणी B प्रकार की आग (Class B Type Fire)
घुलनशील ठोस एवं द्रव मे लगी आग को श्रेणी B प्रकार की आग मे रखा गया है । इस प्रकार की आग को बुझाने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड (CO²), फोम एवं सूखा पाउडर उपयोग में लाया जाता है । इस प्रकार की आग को पानी से नहीं बुझाया जा सकता है । ex. Petrol ,Diesel fire .etc
श्रेणी C प्रकार की आग (Class C Type Fire )
गैस एवं द्रवित गैस मे लगी आग को श्रेणी “C” प्रकार की आग मे रखा गया है । गैस एवं तरल गैस की आग को अधिक सावधानी से बुझाना चाहिए ,क्योंकि इसमें विस्फोट और अचानक आग फेैलने का डर सदैव बना रहता है । इस प्रकार की आग को बुझाने के लिए सूखा पाउडर वाले अग्निशामक यंत्र का प्रयोग करना चाहिए ।
श्रेणी D प्रकार की आग (Class D Type Fire )
धातु या विद्युत से लगी आग को श्रेणी “D” प्रकार की आग मे रखा गया है । इस प्रकार की आग बुझाने के लिए कार्बन डाइ ऑक्साइड , ड्राई पाउडर , सीटीसी अग्निशामक यंत्र का प्रयोग किया जाता है । एक प्रशिक्षित व्यक्ति के द्वारा ही आग को बुझाया जाना चाहिए ।